WSP Kya Hai? WSP Ki Jankari Hindi Me: अगर आप WSP Wheel Slide Protection Device के बारे में नहीं जानते हैं तो आज का ये पोस्ट आप के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है.आज के इस पोस्ट में मै आप को W.S.P Kya Hai? और W.S.P Ki Jankari Hindi Me दूंगा जिसे पढ़ कर आप Wheel Slide Protection Device के बारे में जान जायेंगें.
WSP – Wheel Slide Protection Device
डब्लू एस पी का उपयोग भारतीय रेलवे के lhb coach और Fiat Bogie में किया जाता है.जैसा की आप जानते हैं LHB coaches का उपयोग हल ही में इंडियन रेलवे ने premier trains और दूसरी कई ट्रेनों में करना शुरू किया है.इन कोचों की अधिकतम गति 160 kmph होता है. व्हील स्लाइड संरक्षण डिवाइस lhb coach या Fiat Bogie का सबसे महत्वपूर्ण पार्ट है.
एल एच बी कोच की गति अधिक होने के कारण व्हील को स्लाइड या स्किड होने से बचाने के लिए तथा कम से कम ब्रेकिंग डिस्टेंस प्राप्त करने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगाई गई है जिसको Wheel Slide Protection Device कहते हैं.ये पूरा सिस्टम कोच के गति के परस्पर सिधांत पर काम करता है, यानी किसी एक चक्के की गति कम हो जाती है तो उसके गति को डंप वाल्व या एंटी स्किड वाल्व से नियंत्रित किया जाता है जिससे ये चक्का दुसरे चक्कों के गति के समान घुमने लगता है.
इमरजेंसी ब्रेक जब ड्राईवर कभी अप्लाई करता है तो ट्रेन में लगे सारे चक्कों की स्पीड बहुत तेज़ी से कम होती है उस समय ये सिस्टम चक्कों के गति को नियंत्रित करता है और उन्हें एक समान गति प्राप्त करने में मदद करता है और किसी भी चक्के को स्किड होने से बचाता है.इस सिस्टम के कारण ट्रेन में ब्रेक बाइंडिंग(brake binding) की समस्या नहीं होती है.
Important Parts of Wheel Slide Protection Device
Wheel Slide Protection System के अन्दर कई सारे पार्ट्स होते हैं जिनकी मदद से ये पूरा सिस्टम काम करता है. अगर इस सिस्टम में लगा कोई भी पार्ट ख़राब हो जाये , काम करना बंद कर दे तो ये पूरा सिस्टम काम करना बंद कर देता है इसलिए इसके पार्ट के बारे में जानना बहुत ज़रूरी है.
- Microprocessor
- Phonic Wheel
- Speed Sensors
- Dump Valve
Microprocessor
Microprocessor in LHB Coach: ये व्हील स्किड प्रोटेक्शन सिस्टम का सबसे महत्वपूर्ण पार्ट है. इसको आप Wheel Slide Protection Device का दिमाग भी कह सकते हैं.डव्लू एस पी सिस्टम में जो डाटा प्रोसेस होता है इसी के द्वरा होता है.स्पीड सेंसर से यही डाटा लेता है और उनको एनेलाइज़ कर के ये अपना काम करता है या डंप वाल्व को मैसेज देता है.डव्लू एस पी सिस्टम के ठीक से काम करने के लिए Microprocessor का ठीक से काम करना आवश्यक है.LHB Coach में दो कम्पनियों का Microprocessor (1)-M/s Knorr Bremse और (2)-M/s SAB WABCO उपयोग किया जाता है.
Phonic Wheel
Phonic Wheel in LHB Coach: Wheel Slide Protection Device का ये दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पार्ट है.फोनिक व्हील एक दातेदार कटोरी के जैसा होता है जो व्हील एक्स़ल के साथ लगा होता है.जब चक्का घूमता है तो ये फोनिक व्हील(rotating gear) भी चक्के के साथ समान गति से घूमता है.फोनिक व्हील कोच के प्रतेक एक्सल पर एक लगा होता है.एक कोच में 4 फोनिक व्हील का उपयोग किया जाता है.फोनिक व्हील एक धातु के प्लेट से कवर रहता है.
Speed Sensors
Speed Sensors in LHB Coach: डव्लू एस पी सिस्टम का तीसरा सबसे महत्वपूर्ण पार्ट स्पीड सेंसर होता है.स्पीड सेंसर प्रतेक एक्सल पर एक लगा होता है और ये एक्सल के उसी तरफ लगा होता है जिधर phonic wheel लगा होता है. स्पीड सेंसर फोनिक व्हील के साथ लगा होता है और ये फोनिक व्हील के घुमने की गति को मापता है और फिर उस डाटा को माइक्रोप्रोसेसर तक भेजता है.इंडियन रेलवे में दो कम्पनियों के द्वारा बनाये गए स्पीड सेंसर का उपयोग किया जाता है.(1)-Knorr और (2)-Faiveley.
Speed Sensors और Phonic Wheel के बिच की दुरी दोनों कम्पनियों के लिए अलग अलग निर्धारित की गई है.अगर Faiveley का स्पीड सेंसर लगा है तो सेंसर और फोनिक व्हील के बिच की दुरी 1.5 +/- 0.5 mm होनी चाहिए और अगर Knorr का Speed Sensor लगा हो तो स्पीड सेंसर और फोनिक व्हील के मध्य 0.4 से 1.4 mm तक होनी चाहिए.
Dump Valve
Dump Valve in LHB Coach: व्हील स्लाइड संरक्षण डिवाइस का ये चौथा सबसे इम्पोर्टेंट पार्ट है. डंप वाल्व को एंटी स्किड वाल्व भी कहते हैं.प्रतेक एक्सल पर एक डंप वाल्व लगा होता है जिसे ब्रेक सिलेंडर से पहले ट्रेन पाइप में लगाया जाता है.जब ट्रेन ड्राईवर ब्रेक अप्लाई करता है तो एयर प्रेशर डंप वाल्व से हो कर जाता है.डंप वाल्व एयर प्रेशर को कंट्रोल करता है और ट्रेन में ब्रेक लगाने या रिलीज करने में मदद करता है.Dump Valve Microprocessor से जुड़ा होता है और उसी के दिशा निर्देश पर काम करता है.
फिएट बोगी (Fiat Bogie) की जानकारी
WSP Kaam Kaise Karta Hai
अभी तक हमने व्हील स्लाइड प्रोटेक्शन डिवाइस के ज़रूरी पार्ट के बारे में जाना है.अब हम यह जानेंगे की ये पूरा व्हील स्लाइड प्रोटेक्शन डिवाइस काम कैसे करता है.इसमें जितने भी पार्ट लगे हैं उनका काम क्या है और वो कैसे एक दुसरे को सन्देश देते हैं.चलिए आसान भाषा में इस पुरे सिस्टम को समझने की कोशिश करते हैं.
जब किसी LHB Train को ब्रेक रिलीज करने के बाद चलाया जाता है तो कई बार किसी खराबी के कारण एक चक्के या एक से अधिक चक्कों का ब्रेक रिलीज नहीं होता है.ड्राईवर और गार्ड की इसकी जानकारी नहीं होती है और ड्राईवर ट्रेन को आगे बढ़ाने लगता है.जिस चक्के का ब्रेक रिलीज नहीं हुवा होता है वो चक्का पटरी पर घसीटने लगता है या स्किड होने लगता है इसके कारण चक्का ख़राब हो जाता है और रेल लाइन को भी नुकसान पहुचता है.
जब इस तरह की परिस्तिथि उत्पन होती है तो यहाँ Wheel Slide Protection Device यानि के डव्लू एस पी एक्टिवेट होता है और उस चक्के का ब्रेक रिलीज करवा देता है जिसमे ड्राईवर द्वारा ब्रेक हटाने के बौजुद ब्रेक लगा होता है और इस तरह से चक्के को घसीटने या स्किड होने से बचा लेता है.Wheel Slide Protection Device पूरी तरह से ऑटोमेटिक होता है इसमें किसी तरह की इंसानी मदद की ज़रूरत नहीं होती है.
फोनिक व्हील एक्सल पर लगा होता है और स्पीड सेंसर फोनिक व्हील के सामने रहता है.अब अगर हम एक कोच की बात करें तो एक कोच में चार एक्सल होते हैं इसका मतलब प्रतेक एक्सल पर एक फोनिक व्हील और एक स्पीड सेंसर लगा होगा इसके अलावा प्रतेक एक्सल पर एक डंप वाल्व भी लगा रहता है तो कुल मिला कर एक कोच में 4 Phonic Wheel, 4 Speed Sensors Or 4 Dump Valve लगे होते हैं.
जब ट्रेन चलती है तो एक कोच के चारो चक्के घुमने लगते हैं और फिर उन चक्कों में लगा फोनिक व्हील भी उसी गति में घुमने लगता है जिस गति से चक्के घूमते हैं.जब चारो चक्के घुमने लगते हैं तो फोनिक व्हील के सामने लगा स्पीड सेंसर स्पीड को सेन्स कर के Microprocessor तक डाटा भेजने लगते हैं.Microprocessor डाटा को एनेलाइज करता है और ये देखता है की सारे चक्कों की गति एक समान है की नहीं? अगर सारे चक्कों की गति एक सामान होती है तो Microprocessor कोई हरकत नहीं करता है.
लेकिन अगर किसी एक चक्के की गति या एक से अधिक चक्के की गति कम हुई तो Microprocessor ये जान जाता है की जिस चक्के की गति कम है उसमे आंशिक रूप से या पुरे तरह से ब्रेक लगा है और वो चक्का चल नहीं रहा है.ऐसे में Microprocessor फ़ौरन उस एक्सल के या उस चक्के पर लगे Dump Valve को मैसेज देता है की भाई आप के चक्के में ब्रेक लगा हुवा है आप अपने ब्रेक सिलेंडर में भरे हवा को बाहर निकल कर ब्रेक रिलीज करो.
जैसे ही डंप वाल्व को Microprocessor का सन्देश मिलता है डंप वाल्व अपने आगे लगे दोनों ब्रेक सिलेंडर के हवा को बाहर वातावरण में निकाल देता है और उस चक्के में लगे ब्रेक को रिलीज करवा देता है. इसके बाद वो चक्का भी बाकी चक्कों के गति के समान चलने लगता है और चक्का स्किड होने या फिसलने से बच जाता है.ये पूरी प्रक्रिया कुछ ही सेकेण्ड में पूरी हो जाती है.
तो मुझे उम्मीद है की आप लोग समझ गए होंगें की Wheel Slide Protection Device Kise Kahte hain? अगर आप को कोई बात समझ नहीं आई हो तो आप कमेन्ट कर के पुच सकते हैं.अगर आप के मन में व्हील स्लाइड प्रोटेक्शन डिवाइस से जुड़ा कोई सवाल है तो आप कमेन्ट कर के ज़रूर पूछें.
ज़रूरी सुचना:यह सामग्री रेलवे का कोई प्रमाणित ग्रन्थ, नियमावली अथवा मैनुअल नहीं है.इसे किसी भी प्रकार से व किसी भी दशा में कार्यपालन हेतु प्राधिकार न माना जाये. रेल कर्मचारियों के लिए यांत्रिक संबंधी मामलों में सम्बंधित नियमालियों को ही सन्दर्भ के लिए आधार माना जाये.यह सामग्री केवल प्रशिक्षण के दौरान अतरिक्त अध्यन हेतु तैयार की गई है.यहाँ दी गई जानकारी में समय समय पर बदलाव संभव है.अतः इस पाठ्य सामग्री को किसी भी रूप में मानक सन्दर्भ पुस्तक या जानकारी न माना जाये.
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