Roller Bearing ट्रेन व्हील का सबसे महत्वपूर्ण पुर्जा होता है. किसी भी कारण से अगर Roller Bearing ख़राब हो जाता है तो उस व्हील को तब तक उपयोग नहीं किया जा सकता है जब तक उस बियरिंग को बदल न दिया जाये. अगर चलती ट्रेन में रोलर बियरिंग ख़राब होता है तो ट्रेन को आपात इस्थित में रोकना पड़ता है और फिर उस कोच को ट्रेन से अलग करना पड़ता है जिसके चक्के का बियरिंग ख़राब हुवा हो.
इंडियन रेलवे के आई सी ऍफ़ कोच और बोगी में रोलर बियरिंग का उपयोग किया जाता है. रोलर बियरिंग को ख़राब होने से बचने के लिए इसमें कई तरह के सेफ्टी उपाय दिए जाते हैं जैसे ग्रीस सिल, रोलर केज. आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे रोलर बियरिंग के ख़राब होने के अलग अलग स्टेज और रोलर बियरिंग के ख़राब होने के प्रमुख कारण.
Roller Bearing का धुल से बचाव
धुल, पानी और रेट के कण रोलर बियरिंग के ख़राब होने के सबसे प्रमुख कारण होते हैं.रोलर बियरिंग को हैंडिल करते समय इस बात का धयान रखना बहुत ज़रूरी होता है की रोलर बियरिंग पूरी तरह से साफ़ हो उस पर किसी तरह का कोई धुल मिटटी न लगा हो.इसके अलावा बियरिंग को ऐसे जगह नहीं खोलना चाहिए जहाँ धुल मिटटी उड़ने की सम्भावना हो.
धुल मिटटी के कण हवा में मौजूद होते हैं जो हमें नज़र नहीं आते हैं लेकिन ये छोटे छोटे कण बियरिंग को ख़राब कर सकते है.अतः जब रोलर बियरिंग को धुल कण से बचाना बहुत ज़रूरी होता है, इसके लिए निम्लिखित सावधानी बरतनी ज़रूरी है.
बियरिंग एक्सल बॉक्स को हमेशा डस्ट प्रूफ कमरे के अन्दर खोलना चाहिए
रोलर बियरिंग में काम करने के दौरान जो भी औजार उपयोग में लाये जाते हों उनको कभी भी ज़मीन पर नहीं रखना चाहिए या फिर किसी भी ऐसी जगह नहीं रखना चाहिए जहाँ धुल मिटटी लगा हो.
बियरिंग में उपयोग होने वाले ग्रीस को कभी भी खुला नहीं रखना चाहिए, उपयोग से पहले और बाद में ग्रीस के डब्बे को अच्छे से बंद कर के रखना चाहिए.
बियरिंग को निकालने के बाद या फिर नए बियरिंग को हमेशा कवर उक्त पैक में बंद कर के रखना चाहिए ताकि अधिक समय तक रखने के बाद भी उसमे धुल मिटटी के कण जमा न हों.
बियरिंग को निकालते या लगाते समय एक्सल बॉक्स को बहुत अच्छे तरह से साफ़ कर लेना चाहिए. एक्सल बॉक्स के किसी भी हिस्से में धुल मिटटी न लगा हो इस बात को सुनिश्चित कर लेना चाहिए.
बियरिंग को साफ़ करते समय हमेशा साफ़ सूती कपडे का उपयोग करना चाहिए. गंदे या उपयोग किये गए कपडे का उपयोग कभी भी बियरिंग में नहीं करना चाहिए.
बियरिंग को जंग लगने से बचाना बहुत महत्वपूर्ण होता है इसलिए बारिश के समय या मौसम में बियरिंग को खुला में नहीं रखना चाहिए.ग्रीस के डिब्बे को बंद कर के रखना चाहिए.रोलर बियरिंग पर कभी भी पानी का उपयोग नहीं करना चाहिए.
बियरिंग की सफाई करने के लिए अच्छी क्वालिटी का सफ़ेद स्प्रिट का उपयोग करना चाहिए क्योकि इसमें तेज़ाब की मात्रा कम होती है जिसके कारण बैरिंग ख़राब नहीं होता है. इसके अलावा साफ़ तेल का उपयोग करना चाहिए.
Roller Bearing
रोलर बियरिंग फेल होने के अलग अलग स्टेज
वार्म बॉक्स
ग्रीस ओजिंग होना
ग्रीस के जलने की गंध आना
मेटेलिक साउंड का आना
रेड हॉट एक्सल बॉक्स का होना
बियरिंग मेटल का पिघलना
बियरिंग का जाम हो जाना
जनरल का टूट जाना
Roller Bearing के फेल होने के कारण
ट्रेन के बाकी पुर्जो के तरह ट्रेन व्हील में लगा रोलर बियरिंग भी फेल होता है.किसी भी पार्ट के ख़राब होने के कई कारण होते हैं ठीक इसी प्रकार रोलर बियरिंग के भी ख़राब होने के कई कारण हो सकते हैं.तो चलिए देखते हैं रोलर बियरिंग के ख़राब होने के कुछ महत्वपूर्ण कारण.
ग्रीस मिटटी में धुल मिटटी या बाहरी कणों का मिला होना
बियरिंग को फिट करते समय निश्चित मात्रा से ग्रीस का कम उपयोग करना
बियरिंग के अन्दर पानी का जाना. कई बार बियरिंग के सिल ख़राब हो जाते हैं जिसके कारण बियरिंग में पानी घुस जाता है जिसके कारण बियरिंग के अन्दर जंग लग जाता है और बियरिंग ख़राब हो जाता है.
इनर रेस, आउटर रेस, रोलर या फिर रोलर केज का टूट जाना.
पिटिंग होना , यानी के इनर रेस, आउटर रेस, रोलर या फिर रोलर केज में छोटे छोटे दाने दार गड्ढे हो जाना.
फ्लैकिंग होना, इनर रेस, आउटर रेस, रोलर या फिर रोलर केज से छोटे छोटे टुकड़े का टूटना.
कोच या बोगी में वेल्डिंग करते समय वेल्डिंग करेंट से इनर रेस, आउटर रेस, रोलर या फिर रोलर केज का ख़राब होना.
बियरिंग का क्लियरेंस निर्धारित सीमा से कम या ज़यादा होना.
तो मुझे उम्मीद है की आप को airbrake की आज की ये पोस्ट Roller Bearing Ki Jankari Hindi Me ज्ञान वर्धक लगी होगी.अगर आप के मन में Roller Bearing को लेकर कोई सवाल हो तो आप कमेन्ट कर के पूछ सकते हैं.Roller Bearing के अलावा आप को ट्रेन से जुडी कोई और जानकारी चाहिए तो आप कमेन्ट कर के ज़रूर पूछें.