Airbrake में आप का स्वागत है.Airbrake के आज के इस पोस्ट में हम बात करेंगें Brake Binding Kaise Hota Hai? और Brake Binding in icf and lhb coaches.अगर आप को Brake Binding Meaning in Hindi की जानकारी चाहिए तो Airbrake का आज का ये पोस्ट आप के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है.अगर आप एक रेल कर्मचारी हैं तो आप को पता होना चाहिए की Brake Binding Kaise Hota Hai? और Brake Binding Kise Kahte Hai? क्या icf and lhb coaches में भी ब्रेक बाइंडिंग होता है?
Brake Binding Meaning in Hindi
Airbrake System की सबसे बड़ी समस्याओ में से एक समस्या है ब्रेक बाइंडिंग. Brake Binding को असल में हिंदी में भी ब्रेक बाइंडिंग ही कहते हैं.सबसे पहले तो ये जान लेते हैं की ब्रेक बाइंडिंग कहते किसे हैं? जब ट्रेन का ड्राईवर इंजन के हेल्प से पुरे ट्रेन में ब्रेक लगाता है तो ब्रेक लग जाता है लेकिन जब कुछ देर बाद ट्रेन ड्राईवर इंजन से ट्रेन का ब्रेक रिलीज करता है तो कोच/वैगन के कुछ ब्रेक रिलीज नहीं होते हैं, इसी को ब्रेक बाइंडिंग कहते हैं.ब्रेक बाइंडिंग की समस्या icf and lhb coaches दोनों में ही हो सकती है.
ब्रेक बाइंडिंग किसी भी ट्रेन के लिए चाहे वो पसेंजर ट्रेन हो या माल गाडी हो बहुत हानिकारक होता है.ब्रेक बाइंडिंग से ट्रेन को बहुत नुक्सान पहुचता है और अगर ब्रेक बाइंडिंग को सही समय पर नहीं देखा गया और उसको ठीक नहीं किया गया तो ट्रेन का चक्का ख़राब हो जाता है और साथ में रेल लाइन भी छतीग्रस्त हो जाती है.ब्रेक बाइंडिंग के कारण आग लगने की भी संभावना होती है इसलिए ब्रेक बाइंडिंग को बहुत ख़राब और खतरनाक माना जाता है.
ब्रेक बाइंडिंग की जानकारी ड्राईवर को बहुत जल्द नहीं होती है.दरअसल रोलिंग देखने वाले रेल कर्मचारी ही अधिकतर ब्रेक बाइंडिंग की समस्या देखते हैं.जब किसी चक्के में ब्रेक बाइंडिंग होता है तो ब्रेक ब्लाक व्हील के साथ बहुत ताकत से चिपका रहते हैं और उधर ड्राईवर गाडी को आगे बढ़ाने की कोशिश करते है.ऐसे में चक्का रेल लाइन पर घसीटा जाने लगता है और चक्के में फ्लैट पैसेज नाम का दोष आ जाता है.
ब्रेक बाइंडिंग के दौरान अगर ब्रेक ब्लॉग की पकड़ चक्के पर अधिक नहीं होती है तो जब ड्राईवर गाडी को आगे बढाता है तो ब्रेक ब्लाक के हलके पकड़ के कारण ब्रेक ब्लाक और चक्के के बिच में आग लग जाता है, अत्यधिक गर्म हो जाने के कारण ब्रेक ब्लाक से धुवा निकलने लगता है, ब्रेक ब्लाक में आग लग जाता है और बहुत तेज़ बदबू आती है.
Brake Binding Kyo Hota Hai?
Airbrake System में Brake Binding होने के बहुत सारे कारण होते हैं.अगर पूरी ट्रेन में ब्रेक बाइंडिंग होता है तो इसके अलग कारण होते हैं. अगर एक कोच या वैगन में ब्रेक बाइंडिंग होता है तो उसके अलग कारण होते हैं और अगर किस एक चक्के में या एक बोगी में ब्रेक बैंडिंग होता है तो उसके अलग कारण हो सकते हैं.तो चलिए अलग अलग कारण के बारे में जानने की कोशिश करते हैं जिनके वजह से ब्रेक बाइंडिंग होती है.
पूरी ट्रेन में ब्रेक बाइंडिंग
अगर पूरी ट्रेन में ब्रेक बाइंडिंग होता है तो इसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
- कंट्रोल रेज़रवायर का ओवर चार्ज होना
- लोको में लगे एयर होस पाइप का फट जाना
- BP प्रेशर का अत्यधिक मात्रा में लीकेज होना
- ड्राईवर द्वारा की गई किसी गलती के कारण
- ट्रेन के इंजन में लगे ब्रेकिंग सिस्टम में किसी तरह की खराबी का हो जाना
- एंगल कॉक से अत्यधिक मात्रा में एयर का लीकेज होना
किसी एक कोच में या वैगन में ब्रेक बाइंडिंग का होना
- हैण्ड ब्रेक का लगा हुवा होना
- ब्रेक रीगिंग का अत्यधिक टाईट होना या उसमे कोई खराबी होना
- स्लैक एडजेस्टर में किसी तरह की कोई खराबी आ जाना
- Distribution Value का ख़राब होना या ब्रेक सिलेंडर का ख़राब होना
- माल गाडी में एम् टी लोड डिवाइस का गलत पोजीशन में होना, वैगन खाली है लेकिन डिवाइस का हैंडल लोड पोजीशन में है.
Brake Binding Ko Kaise Thik Kiya Jata Hai
जब पूरी ट्रेन में ब्रेक बाइंडिंग हो जाती है या किसी एक कोच/वैगन में ब्रेक बाइंडिंग होती है या एक कोच के एक बोगी में ब्रेक बाइंडिंग होती है तो उसको ठीक करना बहुत ज़रूरी होता है.बिना ब्रेक बाइंडिंग को ठीक किये हुवे ट्रेन को आगे नहीं बढाया जा सकता है.जैसे ही ब्रेक बाइंडिंग होने का पता चलता है रेल कर्मचारी उसको ठीक करते हैं और उसके बाद ट्रेन आगे बढती है.
जैसा की हमने अभी तक ये जाना की ब्रेक बाइंडिंग कई अलग अलग कारण से हो सकता है.ब्रेक बाइंडिंग को ठीक करने के लिए सबसे पहले ये देखा जाता है की ब्रेक बाइंडिंग कितने कोच या चक्कों में हुवा है इसके बाद इसका कारण खोजा जाता है फिर जब कारण मिल जाता है तो इसका निवारण किया जाता है.तो चलिए एक फ्लो चार्ट के मदद से मै आप को बताने की कोशिश करता हूँ की ब्रेक बाइंडिंग होने के बाद उसको ठीक करने के लिए क्या क्या किया जा सकता है.
अगर एक पुरे कोच में ब्रेक बाइंडिंग हो जाये तो उसको ठीक करने का तरीका
अगर कोच के सिर्फ एक बोगी में ब्रेक बाइंडिंग हो जाये तो उसको ठीक करने का तरीका
LHB Coach Me Brake Binding
ICF Coach में Brake Binding की समस्या को देखते हुवे रेलवे ने LHB Coach Me Brake Binding न हो इसके लिए WSP जैसे ऑटोमैटिक सिस्टम को लगाया है. WSP के कारण LHB Coaches में Brake Binding की समस्या नहीं होती है जब की ICF में ये समस्या होती है. डब्लू एस पी एक ऐसा सिस्टम है जो कोच में ब्रेक बाइंडिंग नहीं होने देता है.अगर किसी कारण किसी चक्के का ब्रेक रिलीज नहीं होता है तो WSP अपने आप इस समस्या को देख लेता है और उस चक्के के ब्रेक को रिलीज कर देता है.अगर आप को WSP Ki Jankari Hindi Me चाहिए तो आप मेरे इस पोस्ट को पढ़ सकते हैं.
तो मुझे उम्मीद है की Airbrake के इस पोस्ट से आप समझ गए होंगें की Brake Binding Kaise Hota Hai? और Brake Binding Kise Kahte Hai? अगर ब्रेक बाइंडिंग से जुड़ा आप का कोई सवाल है तो आप कमेन्ट कर के पूछ सकते हैं.अगर आप के मन में icf and lhb coaches से जुदा कोई सवाल है तो वो भी आप कमेन्वैट कर के पुच सकते हैं.यहाँ मै एक बात और कहना चाहूँगा की ब्रेक बाइंडिंग एक बहुत बड़ी समस्या है जिससे रेलवे को बहुत नुक्सान होता है.ट्रेन में ब्रेक बाइंडिंग न हो इसके लिए रेलवे और उसके कर्मचारी बहुत लगन से काम करते हैं और ये हमेशा सुनिश्चित करते हैं की किसी भी ट्रेन या कोच में ब्रेक बाइंडिंग की समस्या न हो.